इस दिल में दफ्न कुछ रुस्वाईयाँ आज भी है
इश्क में हो जाउ फ़ना तैयारियाँ आज भी है ।
बदल गई है राहें और कहानी उल्फत की भी
उन गलियों में मेरी बदनामियाँ आज भी है ।
जज्बें जख्म कुर्बानियाँ और फर्ज जो भी था
भिड में होकर भी साथ तन्हाईयाँ आज भी है ।
तेरी खुशी में कबूल हर शिकस्त थि हमें
भर गए है जख्म पर गहराईयाँ आज भी है ।
इश्क में हो जाउ फ़ना तैयारियाँ आज भी है ।
बदल गई है राहें और कहानी उल्फत की भी
उन गलियों में मेरी बदनामियाँ आज भी है ।
जज्बें जख्म कुर्बानियाँ और फर्ज जो भी था
भिड में होकर भी साथ तन्हाईयाँ आज भी है ।
तेरी खुशी में कबूल हर शिकस्त थि हमें
भर गए है जख्म पर गहराईयाँ आज भी है ।
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