मोहब्बत बेपनाह
तस्वीर निगाहों में
थरथराती लबें
संगीत धड्कनों की
बेफिक्र सासें
न सलिका ना कायदा
कुछ नदानियाँ करे वक्त
और खयालों में
कभी किसी के संग
कभी किसी के बिना
सफर सफर है चलता हि रहता है
निरन्तर ।
तस्वीर निगाहों में
थरथराती लबें
संगीत धड्कनों की
बेफिक्र सासें
न सलिका ना कायदा
कुछ नदानियाँ करे वक्त
और खयालों में
कभी किसी के संग
कभी किसी के बिना
सफर सफर है चलता हि रहता है
निरन्तर ।
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